मंगलवार, 26 अप्रैल 2016

10 BEST TIPS WHILE TRAVELLING IN INDIA - छुट्टियों या घूमने जाने के वक्त रखे इन बातों का खयाल


मई का महिना लगभग चालू होने वाला है, साथ ही चालू होने वाला है घूमने का और छुट्टियों में जाने का  समय क्योकि इस भारत में इस गर्मी में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसे किसी ठंडी जगह घूमने का मन ना करता हो। कभी कभी ऐसा भी होता है की घूमने के लिए जाते वक्त आप ऐसी कई चीज़े भूल जाते है जो की आपके लिए बहुत जरुरी होती है जिनमे आपका पहचान पत्र , कुछ जरुरी वस्तुए जैसे  की गरम कपड़े  , ठन्डे कपडे, मोबाइल चार्जर एवं ऐसी बहुत चीज़े है जिनका आपको हमेशा ध्यान नहीं होता, कुछ लोग तो कभी कभी अपना टूथ ब्रश तक भूल जाते है। तो इन्ही सारी चीज़ों को ध्यान में रखते हुए आपके लिए ये ब्लॉग मैं लिख।






हमेशा ट्रैन में सफर करते वक्त आप ध्यान  रखे की आप ठंडी पानी की बोतल रखे यदि लोग ज़्यादा है तो आप एक छोटी वाटर बोतल भी रख सकते है।  गर्मी में ऐसा कई यात्रियों के साथ हुआ है की वो स्टेशन में पानि भरने उतरे और उनका सामन गायब हुआ या फिर उनकी ट्रैन छूट गई। कभी कभी ऐसा भी होता है की यात्री जल्दी जल्दी में अपना पहचान पत्र लेना भूल जाता जाता है जिसका खामियाजा उसे टिकट चेकर को फाइन पटा कर भुगतना। सबसे जरूरति चीज़ जो आपको अपने पास रखनी होती वो है ट्रेवल फर्स्ट ऐड किट। मतलब यह की घूमने समय अगर कोई अनहोनी हो गई हो या आपके साथी या जो आपके साथ घूम रहे हो अगर उन्हें चोट लग गई तो यही किट है जो आपके सबसे  आएगी।


  घूमने निकलते  वक़्त जिस तरह आप उस जगह पर  कपड़े  पहनना चाहते  है जरुरी है की वे  कपड़े आपके लिए वहां सही साबित होंगे। तो अगर आप चाहते है की आप अपने कपड़ो को आराम से पहन सके और घूम सके तो सबसे पहले जिस जगह पर आप घूमने जा रहे है उस जगह के तापमान का ध्यान कर ले उसके बाद ही उस हिसाब से सही कपड़ो का चुनाव करिए । कई बार ऐसा होता है की आप किसी गरम जगह जाते है और कपड़े भी आप ऐसे लेकर जाते है जो की गरम है। यदि आप कश्मीर जा रहे है तो आप हमेश गरम कपड़े लेकर जाए। यदि आप केरल के तरफ जा रहे है तो थोड़े पतले या हल्के कपड़े लेकर जाए ताकि उस जगह के हिसाब से आप के कपड़े आपके शरीर को आराम दे। यदि आपने कपड़े ही ऐसे चुने जो उस जगह के हिसाब से नहीं है तो आपका घूमना और मौज करना व्यर्थ होगा।





सबसे ज्यादा यदि हम घूमने के समय किसी चीज़ से परेशान होते है तो वह है सामान। सामान हमेशा उतना ही लें जितना आप के हिसाब से आपकी जरूरत का हो। भारत मे खास कर के औरतें घूमने के लिए इतनी उतावली होती है की वह अपने सामान से सूटकेस को इतना भर लेती है की उसे उठाते उठाते आदमी ही परेशान हो जाता है और होता ये है की छुट्टियाँ मानते वक्त भी चिढ़चिढाने और गुस्सा करने की वजह से वह उतना मज़ा नहीं उठा पाता। तो सामान उतना ही ले जितना आपके काम का हो। हो सके तो छोटे हैंड बैग जरूर ले जो की आप आसानी से अपनी पीठ पर टांग सकेंगे और चक्के वाली ट्रॉली अगर हो तो आप आराम से अपने सामान को संभाल सकते है।

अपना कमेरा और कैमरे का चार्जर याद से रखे ताकि आप वह तस्वीर ले सके जो की आपके गोल्डेन मेमोरी  में आप हमेशा रखना चाहते हों। आजकल कैमेरे का शौक लोगों में बहुत देखने को मिल रहा है। पर जब तक आपको कैमरा ठीक से चलना नहीं आता तब तक उसे लेने का कोई मतलब नहीं बनता खासकर ऐसा कई बार देखने को मिलता है की लोग अपनी बहुलमूल्य वस्तुए जैसे की कैमरा, मोबाइल, घड़ी, सोना आदि खो कर आते है । यदि इन चीजों का उपयोग आपको नहीं है तो ये चिज़े लेजाने से बचे। आप जहा भी जाए हो सके तो वहाँ किसी लोकल नागरिक से पहचान रखे ताकि उस जगह की भाषा से आपको तकलीफ ना हों।

कभी भी घूमते वक्त उन चीजों पर आकर्षित मत होइए जो आपकी जरूरत की वस्तु नहीं या उस वस्तु को किसी को दिया न जा सके, कई बार घूमते वक्त हम ऐसा ही कर बैठते है जिससे की हमारा पैसे का नुकसान तो होता ही है साथ ही उस चीज़ की कोई वैल्यू भी नई रेह जाती। यदि आपने ऐसी वस्तु आकर्षित होकर लेली जो आपके काम की नहीं मान लीजिये कपड़े या शौल की बात क्यू ना करे जिसे आप ले तो लेते है और वह घर पर आकार यू ही रखे रहती है तो उसका कोई मतलब नहीं बनता वह सीधा सीधा नुकसान है।

घूमते वक़्त कभी भी अपना पर्स पीछे वाले जेब में ना रखे। हमेशा या तो आगे की जेब में रखे या फिर थोड़े पैसे जेब में रख कर पर्स अपने पीठ वाले बैग में रखे। हमेशा अपने साथ उतने ही पैसे रखे जीतने आपकी जरूरत के हो या यात्रा करते वक़्त जो सबसे अच्छी चीज़ आपके काम आती है वह है ATM। एटीएम रख कर आप कभी भी पैसे निकाल सकते है ।

यदि आप लंबा सफर कर रहें हो तो खाने पीने का ध्यान अवश्य ही रखे। लंबे सफर के लिए घर से कुछ ऐसे व्यंजन लीजिये जो की लंबे समय तक चले ताके आपको बाहर का खाना ना पड़े बहुत बार ऐसा देखा गया है घूमते समय लोग बाहर का खाकर लोग बीमार पड़ जाते है और उन्हे आधे रास्ते से ही वापस आना पड़ता है जो की बहुत निराशाजनक होता है  इससे होता यह भी है की जो लोग आपके साथ छुट्टियाँ मनाने आयें है या आपके साथ है उन्हें भी बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। होटेलों और रैस्टौरेंट का चुनाव हमेशा ही अच्छे तरीके से करे, कभी कभी आपके टैक्सी वाले या टेम्पो ट्रावेल्लर वाले आपको वो जगह ले जाते है जहा उनकी कमीशन बंधी होता है, सो कोशिश कीजिये की आप ऐसी जगह बिलकुल भी जाए जहा आपको अच्छी सुविधा न मिले फिर चाहे वो कोई 5 सितारा होटल ही क्यों न हो।

यदि ये ब्लॉग अच्छा लगे तो फॉलो जरूर करे। आपकी यात्रा मंगलमय हो !!!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें